अभिज्ञान
रविवार, 15 अगस्त 2021
सत्य का सूरज
सत्य का सूरज यही निकट है
राही थक ना विश्राम ना कर
शक्ति मन की प्रबल कर
राह सत्य की बड़ी विकट
ऐसे क्या थकना अब डर कर
जीत सुनिश्चित कर।
चाहे राह हो कितनी दुष्कर
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