रविवार, 15 अगस्त 2021

सत्य का सूरज

सत्य का सूरज यही निकट है
राही थक ना विश्राम ना कर
शक्ति मन की प्रबल कर
राह सत्य की बड़ी विकट
ऐसे क्या थकना अब डर कर
जीत सुनिश्चित कर। 
चाहे  राह हो कितनी दुष्कर 

सोमवार, 9 अगस्त 2021

one liners

कत्ल करो मेरा ,मगर देखो ये खयाल रखना
बाइज्जत हूं ,मेरी मौत इज्जतदार रखना।

ये भरोसा है मुझको ,मेरा यकीन जिंदा रखना
अंधेरी रात का अंधेरा यू ही बनाए रखना।

जरूरी  नहीं लोग मुस्करा के पेश आए तो
दिल लगा लेना 

शनिवार, 7 अगस्त 2021

निर्बल

निर्बल का बल बस उसका अपना मन
शक्तिहीन ही शक्ति समर्थ की
फिर भी दुर्बल शोषित है
चूल्हे की लकड़ी के जैसे 
जलना उसकी नियति है 
दोष भाग्य का मानो या 
साधन एक व्यवस्था का ।
नींव की ईंट दबी हुई है
चमक रहा है भवन खड़ा 
मिले सत्वना उसको कैसे ,
ये कैसे सोचे उसका मन
निर्बल का बल बस उसका अपना मन


मन


 


उजाला